मुहावरा अरबी भाषा का शब्द है, जिसका शाब्दिक अर्थ है-‘अभ्यास’। हिन्दी में यह शब्द रूढ़ हो गया है, जिसका अर्थ है-“लक्षणा या व्यंजना द्वारा सिद्ध वाक्य, जो किसी एक ही बोली या लिखी जाने वाली भाषा में प्रचलित हो और जिसका अर्थ प्रत्यक्ष अर्थ से विलक्षण हो।” संक्षेप में, ऐसा वाक्यांश, जो अपने साधारण अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करे, मुहावरा कहलाता है
मुहावरा एक ऐसा वाक्य होता है जो वाक्य की रचना करने पर अपना एक अलग अर्थ या विशेष अर्थ प्रकट करता है इनका प्रयोग करने से भाषा, आकर्षक, प्रभावपूर्ण तथा रोचक बन जाती है।
- अण्डे सेना– घर में निठल्ला बैठा रहना।
वाक्य प्रयोग– घर में अण्डे सेने से अच्छा है कि बाहर जाकर कुछ काम-धाम करो।
- अंक लगाना– गले मिलना।
वाक्य प्रयोग– भरत जी जैसे ही पंचवटी पहुँचे प्रभु श्रीराम ने उन्हें अंक लगा लिया।
- अंगार उगलना– क्रोध में लाल-पीला होना।
वाक्य प्रयोग-अभिमन्यु की मृत्यु से आहत अर्जुन कौरवों पर अंगार उगलने लगा।
- अंगार बरसना– असह्य गरमी पड़ना।
वाक्य प्रयोग– जेठ की गरमी अंगार बरसाने-जैसी मानी जाती है।
- अँगूठा दिखाना– इनकार करना/मना करना।
वाक्य प्रयोग– रामू ने जब दुकानदार से सामान उधार माँगा, तब उसने अँगूठा दिखा दिया।
- अँगूठी का नगीना– अति सम्मानित व्यक्ति या वस्तु।
वाक्य प्रयोग– लता दीदी पार्श्व-गायन के क्षेत्र में अँगूठी का नगीना हैं।
- अंग-अंग फूले न समाना– अति प्रसन्न होना।
वाक्य प्रयोग– वर्ल्ड कप जीतने पर भारतीय क्रिकेट टीम का अंग-अंग फूले न समा रहा था।
- अंगद का पैर होना– अति दृढ़ होना।
वाक्य प्रयोग– रमेश अपनी माँग पर इस तरह अड़ गया जैसे वह अंगद का पैर हो।
- अंगार सिर पर धरना/रखना– अत्यन्त दुःख सहना।
वाक्य प्रयोग– अनाथ बच्चों को जीवन-भर अंगार सिर पर धरकर चलना पड़ता है।
- अन्धे की लाठी होना / अंधे की लकड़ी– एकमात्र सहारा होना।
वाक्य प्रयोग– बुढ़ापे की पेंशन अन्धे की लाठी होती है।
- अन्धेके आगे रोना– निष्ठुर के आगे अपना दुखड़ा रोना।
वाक्य प्रयोग– आतंकियों से प्राणों की भीख माँगना अन्धे के आगे रोना है।
- अन्धो में काना राजा– मूर्खा में अल्पज्ञानी को ज्ञानवान् मानना।
वाक्य प्रयोग– अल्पज्ञ होते हुए भी इतना सम्मान दिया जाना अन्धों में काना राजा को चरितार्थ करता है।
- अन जल उठना– अचानक कहीं जाना।
वाक्य प्रयोग– अन्न जल उठना मुहावरे को चरितार्थ कर राम शहर से अचानक चल पड़ा।
- अक्ल का अंधा-मूर्ख।
वाक्य प्रयोग– आजकल रमेश हर काम ही अक्ल का अन्धा जैसा करने लगा है।
- अक्ल के पीछे लाठी लिए फिरना-मूर्खतापूर्ण कार्य करना।
वाक्य प्रयोग– रंजीत अक्ल के पीछे लाठी लिए फिरेगा, तो उसकी सहायता कौन करेगा?
- अक्ल चरने जाना– अक्ल गायब होना / दिमाग खाली होना।
वाक्य प्रयोग– रमेश की अक्ल चरने गई थी, जो वह राह चलते मुसाफिर से जा भिड़ा।
- अगर-मगर करना– बचने का बहाना ढूँढना।
वाक्य प्रयोग– जब मैंने इतिहास के नोट्स सीमा से माँगे, तो वह अगर-मगर करने लगी।
- अटका बनिया देय उधार– जब अपना काम अटका होता है, तो मजबूरी में अनचाहा काम भी करना पड़ता है।
वाक्य प्रयोग– राजीव तरक्की के लोभ में अपने बॉस की चापलूसी करता फिरता है। यह तो अटका बनिया देय उधार जैसी बात हो गई।
- आगे कुआँ, पीछे खाई– विपत्ति से बचाव का कोई मार्ग न सूझना।
वाक्य प्रयोग– केदारनाथ में यात्री जहाँ से गुजर रहे थे, उनके पीछे की भूमि खिसकती जा रही थी और सामने भयावह बाढ़ का दृश्य था। यात्रियो की स्थिति तो आगे कुआँ, पीछे खाई जैसी थी।
- अन्त न पाना– रहस्य न जान पाना।
वाक्य प्रयोग– पुलिस रमेश की मौत का अन्त न पा सकी।