सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ का जीवन परिचय –

जीवन परिचय-

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साहित्यिक गतिविधियाँ-

अज्ञेय प्रयोगशील नूतन परम्परा के ध्वज वाहक होने के साथ साथ अपने पीछे अनेक कवियों को लेकर चलते हैं, जो उन्हीं के समान नवीन विषयों एवं नवीन शैली के समर्थक हैं।
अज्ञेय उन रचनाकारों में से हैं जिन्होंने आधुनिक हिन्दी साहित्य को एक नया आयाम, नया सम्मान एवं नया गौरव प्रदान किया। हिन्दी साहित्य को आधुनिक बनाने का श्रेय अज्ञेय को जाता है। अज्ञेय का कवि, साहित्यकार, गद्यकार, सम्पादक, पत्रकार सभी रूपों में महत्त्वपूर्ण स्थान है।

कृतियाँ-

‘अज्ञेय’ ने साहित्य की गद्य एवं पद्य दोनों विधाओं में लेखन कार्य किया।

  1. कविता संग्रह– भग्नदूत, चिन्ता, इत्यलम्, हरी घास पर क्षणभर, बावरा अहेरी, इन्द्र धनुष रौंदे हुए ये, आँगन के पार द्वार, कितनी नावों में कितनी बार, अरी ओ करुणामय प्रभामय।
  2. अंग्रेजी काव्य-कृति– ‘प्रिजन डेज एण्ड अदर पोयम्स’
  3. निबन्ध संग्रह– सब रंग और कुछ राग, आत्मनेपद, लिखि कागद कोरे आदि।
  4. आलोचना– हिन्दी साहित्य: एक आधुनिक परिदृश्य, त्रिशंकु आदि।
  5. उपन्यास– शेखर : एक जीवनी (दो भाग), नदी के द्वीप, अपने-अपने अजनबी आदि।
  6. कहानी संग्रह– विपथगा, परम्परा, कोठरी की बात, शरणार्थी, जयदोल, तेरे ये प्रतिरूप, अमर वल्लरी आदि।
  7. यात्रा साहित्य– अरे यायावर! रहेगा याद, एक बूँद सहसा उछली।

हिन्दी साहित्य में स्थान-

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